गुरुवार, 9 नवंबर 2023

आप आए नहीं और सुबह हो गयी | Aap Aaye Nahi Aur Subah Ho Gayi | Bhajan Lyrics In Hindi

आप आए नहीं और सुबह हो गयी | Aap Aaye Nahi Aur Subah Ho Gayi | Bhajan Lyrics In Hindi



आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी 
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
भोग रखा रहा 
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी की 
धरी रह गयी 
*****
हमसे रूठे हो क्यों 
आप आते नहीं
मेरा अपराध क्या 
है बताते नहीं 
रोते रोते मेरी 
सांसे रुकने लगी
क्या बुलाने में मेरी 
कमी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
*****
ज्ञान भी हो गया 
ध्यान भी हो गया
फिर भी दर्शन की आशा 
धरी रह गयी
इतना होते हुए 
मै समझ ना सकी
कौनसी भावना में 
कमी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
*****
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
भोग रखा रहा 
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी 
की धरी रह गयी
*****

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