रविवार, 17 दिसंबर 2023

सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है | Saja Do Ghar Ku Gulshan Sa | Bhajan Lyrics in Hindi

सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है | Saja Do Ghar Ku Gulshan Sa | Bhajan Lyrics in Hindi 


सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे सरकार आये है
मेरे सरकार आये है
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
पखारो इनके चरणो को
बहा कर प्रेम की गंगा
बहा कर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलको को
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
उमड़ आई मेरी आँखे
देख कर अपने बाबा को
देख कर अपने बाबा को
हुई रोशन मेरी गलियां
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
तुम आकर फिर नहीं जाना
मेरी इस सुनी दुनिया से
मेरी इस सुनी दुनिया से
कहूँ हर दम यही सब से
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे सरकार आये है
मेरे सरकार आये है
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
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