यह लोकगीतों को एक माला में पिरोने का प्रयास है। परम्परा से हमारे लोकगीत पीढ़ी दर पीढ़ी सतत प्रवाहमान रहे हैं और राग, लय एवं भावों की समृद्धि सहेजे हुए हैं। यदि आपके पास भी लोक-गीत-माला में पिरोने हेतु कुछ मोती हों तो उन्हें ब्लॉगर को उपलब्ध कराकर कृतार्थ करें।
सोमवार, 18 दिसंबर 2017
भादो के रात अंधरिया || Bhado ke rat andhariya || Sohar Lyrics in Hindi || सोहर
रविवार, 17 दिसंबर 2017
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे || Mohan Bhole Ban Ban Dole || कीर्तन || Keertan
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे || Mohan Bhole Ban Ban Dole || कीर्तन || Keertan
(तर्ज – तन डोले मेरा मन डोले)
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे,
देखो बजा रहा है बासुरिया ।।
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे...
कदम के नीचे वन्शी बजावे मोहन नन्द का लाला।
शब्द अमोल बन्शी बोले बन में भरे गुँजार रे ।
देखो बजा रहा है बासुरिया।।
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे...
क्षण क्षण पर रूप सलोना टोना कर दिखलाया ।
भक्तों का मन वश करने को श्याम सलोना आया।
हौले-हौले पुरवा डोले चलती सुखद बयार रे
देखो बजा रहा है बासुरिया ।।
मोहन भोले, बन बन डोले राधा से करे विहार रे...
शनिवार, 16 दिसंबर 2017
अरे मन क्यों यहॉं भूला || Are Man Kyon Yahan Bhula || Bhajan Lyrics in Hindi | कीर्तन | Keertan |
अरे मन क्यों यहॉं भूला || Are Man Kyon Yahan Bhula || Bhajan Lyrics in Hindi
(तर्ज – सजन रे झूठ मत बोलो)
तुझे सब छोड़ जाना है।
ये हाथी और घोड़ा सब,
ये झूठा कारखाना है।।
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अरे मन क्यों यहॉं भूला,
तुझे सब छोड़ जाना है।
ये जोड़ा जोड़ कर अब तक,
यहीं सब छूट जायेगा।
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न कौड़ी साथ जायेगी,
छूटे यहाँ ही खजाना है।।
अरे मन क्यों यहॉं भूला,
तुझे सब छोड़ जाना है।
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ये भाई औ भतीजे सब,
ये परिवार बेटे और बेटी।
ये सब झूठे ही रिश्ते हैं,
और झूठा हित जनाना है।।
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अरे मन क्यों यहॉं भूला,
तुझे सब छोड़ जाना है।
तू अब भी चेत जा मूरख
भगवन नाम को जप ले।
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उसी से प्यार कर सच्चा,
उसी से पार जाना है।।
अरे मन क्यों यहॉं भूला,
तुझे सब छोड़ जाना है।
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मंगलवार, 21 नवंबर 2017
जुग जुग जियसु ललनवा || Jug Jug Jiyasu Lalanawa
जुग जुग जियसु ललनवा || Jug Jug Jiyasu Lalanawa | Sohar Geet Lyrics in Hindi and English
भवनवा के भाग जागल हो
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक
मनवा में आस लागल हो
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आज के दिनवा सुहावन,
रतिया लुभावन हो,
ललना दिदिया के होरिला जनमले,
होरिलवा बडा सुन्दर हो
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नकिया त हवे जैसे बाबुजी के,
अंखिया ह माई के हो
ललन मुहवा ह चनवा सुरुजवा
त सगरो अन्जोर भइले हो
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सासु सुहागिन बड़ भागिन,
अन धन लुटावेली हो
ललना दुअरा पे बाजेला बधइया,
अन्गनवा उठे सोहर हो
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नाची नाची गावेली बहिनिया,
ललन के खेलावेली हो
ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली,
रस बरसावेली हो
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जुग जुग जियसु ललनवा
भवनवा के भाग जागल हो
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक
मनवा में आस लागल हो
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जुग जुग जियसु ललनवा || Jug Jug Jiyasu Lalanawa | Sohar Geet Lyrics in Hindi and English
बुधवार, 31 मई 2017
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया || Meri devi maiya ki bholi re suratiya || Devi Geet Lyrics in Hindi
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया || Meri devi maiya ki bholi re suratiya || Devi Geet Lyrics in Hindi
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के मांगों में बेंदी भी सोहे
सेन्धुला लुभाय हे मोरी मैया।
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के कानों में कुण्डल भी सोहे
झुमका लुभाय हे मोरी मैया
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के गले मे हार भी सोहे
गजला लुभाय हे मोरी मैया
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के कमर में करधन भी सोहे
गुछना लुभाय हे मोरी मैया
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के हाथों में चूड़ी भी सोहे
कंगना लुभाय हे मोरी मैया।
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
मैया के पैरों में पायल भी सोहे
बिछुआ लुभाय हे मोरी मैया
मेरी देवी मैया की भोली रे सुरतिया
मनवा लुभाय हे मोरी मैया।
कभी राम बनके कभी श्याम बनके| Shri Ram Bhajan Lyrics in Hindi and English
कभी राम बनके कभी श्याम बनके | Shri Ram Bhajan Lyrics in Hindi and English ** कभी राम बनके कभी श्याम बनके चले आना प्रभुजी चले आना ** तुम राम...