शिव जी बोलो तो सही // Shiv Ji Bolo to Sahi // Shiv Bhajan Lyrics in Hindi // Shivratri Shiv Bhajan
शिव भजन: भगवान शिव की महिमा की मधुर आवाज
शिव भजन भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का माध्यम है, जो भक्तों को आत्मा की शांति और सुख की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। इन भजनों की मधुर आवाज और शब्दों का उच्चारण करने से भक्त भगवान के साथ अद्वितीय संबंध अनुभव करते हैं और उनकी दिव्य महिमा का गुणगान करते हैं। शिव भजन भक्तों को आध्यात्मिक सुख और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन करने में मदद करते हैं और उनके जीवन को सार्थक बनाते हैं।शिव भजन एक ऐसा माध्यम है जिससे भगवान शिव की महिमा, शक्ति और प्रेम का गुणगान किया जाता है। शिव भजन श्रद्धा और आध्यात्मिकता का संदेश लेकर आते हैं, जो भक्तों के दिलों को छू लेते हैं और उन्हें दिव्य आनंद की अनुभूति कराते हैं।
भगवान शिव की महिमा | Bhagwan Shiv Ki Mahima
भगवान शिव, हिन्दू धर्म के त्रिदेवों में से एक हैं, जिन्हें महादेव और भोलेनाथ के नामों से भी जाना जाता है। उनके शीश पर सर्प होते हैं, जिसे वह अशेष भक्ति के साथ धारण करते हैं। वे आध्यात्मिक सुख, समृद्धि और मोक्ष के देवता माने जाते हैं।
शिव भजन का महत्व | Shiv Bhajan Ka Mahattva
शिव भजन भगवान शिव के प्रति भक्ति, समर्पण और प्रेम का अभिवादन करने का एक अद्वितीय तरीका है। इन भजनों के माध्यम से भक्त अपने मन, वचन और क्रियाओं को भगवान के समर्पण में करते हैं और उनकी कृपा की प्राप्ति की प्रार्थना करते हैं। शिव भजन श्रद्धालुओं को आत्मा की शांति, सुख और मोक्ष की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।
शिव भजनों की प्रकृति | Shiv Bhajan Ki Prakriti
शिव भजनों की प्रकृति विविध होती है और वे विभिन्न रूपों में होते हैं। कुछ भजन ध्यान और ध्यान के अभ्यास के लिए होते हैं, जबकि कुछ अध्यात्मिक संगीत के रूप में होते हैं और भक्तों को ध्यान में ले जाते हैं। ये भजन आमतौर पर ताल, लय और संगीतमय रागों के आधार पर गाए जाते हैं, जो उन्हें आनंददायक बनाता है।
प्रमुख शिव भजन | Pramukh Shiv Bhajan
ओम् नमः शिवाय | Om Namah Shivay
हर हर महादेव | Har Har Mahadev
शिव ताण्डव स्तोत्र | Shiv Tandav Stotra
सत्यम शिवम सुंदरम | Satyam Shivam Sundaram
हर हर शम्भू | Har Har Shambhu
मेरा भोला है भंडारी, करता नंदी कि सवारी | Mera Bhola Hai Bhandari Karta Nandi Ki Sawari
भोला भांग तुम्हारी मैं घोटत घोटत हारी | Bhola Bhang Tumhari Mai Ghotat Ghotat Hari
कौन है वो कौन है वो कहाँ से वो आया | Kaun Hai vo Kaun Hai Vo Kahan Se Vo Aaya
अजब है तेरी माया इसे कोई समझ ना पाया | Ajab Hai Teri Maya Ise Koi Samajh Na Paya
नगर में जोगी आया यशोदा के घर आया | Nagar Me Jogi Aya Yashoda Ke Ghar Aaya
तेरा पल पल बीता जाए मुख से जपले नमः शिवाय | Tera Pal Pal Beeta Jaye Mukh Se Jap Le Namah Shivay
ऐसी सुबह ना आए आए ना ऐसी शाम | Aisi Subah Na Aaye Aaye Na Aisi Sham
भोले तेरी जटा से बहती है गंग धारा | Bhole Teri Jata me Bahti Hai Gang Dhara
भोले बाबा की गौरा बनी रे जोगनिया | Bhole Baba Ki Gaura Bani Re Joganiya
तीर्थराज प्रयागराज का लोकप्रिय शिव भजन | Teerth Raj Prayagraj ka Lokpriya Shiv Bhajan
हमारे क्षेत्र में गाया जाने वाला लोकप्रिय शिव भजन इस प्रकार है। आपके क्षेत्र में कौन सा शिव भजन सबसे लोकप्रिय ? कृपया कमेंट करके जरूर बतायें
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
गंगा बन जाउंगी
गंगा बन जाउंगी
जटा में रम जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
चन्दा बन जाउंगी
चन्दा बन जाउंगी
मस्तक में रम जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
बिच्छू बन जाउंगी
बिच्छू बन जाउंगी
कानों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
सर्प बन जाउंगी
सर्प बन जाउंगी
गले से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
बाघाम्बर बन जाउंगी
बाघाम्बर बन जाउंगी
अंगों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
डमरू बन जाउंगी
डमरू बन जाउंगी
हाथों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
त्रिशूल बन जाउंगी
त्रिशूल बन जाउंगी
हाथों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में
दासी कब से खड़ी
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
गंगा बन जाउंगी
गंगा बन जाउंगी
जटा में रम जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
चन्दा बन जाउंगी
चन्दा बन जाउंगी
मस्तक में रम जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
बिच्छू बन जाउंगी
बिच्छू बन जाउंगी
कानों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
सर्प बन जाउंगी
सर्प बन जाउंगी
गले से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
बाघाम्बर बन जाउंगी
बाघाम्बर बन जाउंगी
अंगों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
डमरू बन जाउंगी
डमरू बन जाउंगी
हाथों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में दासी
कब से खड़ी
आप नहीं बोलेंगे तो मैं
त्रिशूल बन जाउंगी
त्रिशूल बन जाउंगी
हाथों से लग जाउंगी
शिव जी बोलो तो सही
आंखें खोलो तो सही
आपकी शरण में
दासी कब से खड़ी
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