जय हो गंगाधारी, जय हो भोले भंडारी | Jay Ho Gangadhari Jay Ho Bhole Bhandari | Shiv Bhajan Lyrics in Hindi | Shivratri Special Top Shiv Bhajan
आज हम एक अत्यंत महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक विषय पर चर्चा करने जा रहे हैं, जो हमारे जीवन में शांति, सुख और सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करता है - "शिव भजन". शिव भजन वह संगीत है जो भगवान शिव की महिमा और प्रेम के साथ हमारी आत्मा को छू लेता है, हमें दिव्य सुख की अनुभूति कराता है और हमारे मन को शांति का अभिषेक करता है।
भगवान शिव: देवों के देव | Bhagwan Shiv : Devon Ke Dev
भगवान शिव हिन्दू धर्म के त्रिदेवों में से एक हैं और उन्हें महादेव, भोलेनाथ, नीलकंठ, महेश्वर, आशुतोष, औघड़दानी, दीनदयाल, देवाधिदेव आदि नामों से भी जाना जाता है। वे सृष्टि के नियमनकारी, सर्वोंन्नत और मोक्ष के देवता माने जाते हैं।
शिव भजन का महत्व | Shiv Bhajan Ka Mahattva
शिव भजन भगवान शिव के प्रति हमारी श्रद्धा, समर्पण और प्रेम का परिचायक है। ये भजन आत्मा की गहराइयों को छूने का प्रयास करते हैं और हमारे जीवन को उच्च आदर्शों की ओर मार्गदर्शन करते हैं। इन भजनों के माध्यम से हम भगवान के साथ अपना सम्पूर्ण समर्पण प्रदर्शित करते हैं और उनकी कृपा की प्राप्ति की प्रार्थना करते हैं।
शिव भजनों का अनुभव | Shiv Bhajan Ka Anubhav
शिव भजन एक व्यक्ति के आत्मिक अनुभव का हिस्सा बनता है। जब हम इन भजनों को गाते हैं या सुनते हैं, तो हमारा मन, वचन और क्रियाएँ शिव के साथ मेल करती हैं। यह एक आत्मिक जागरूकता और ध्यान की अवस्था को उत्तेजित करता है जिससे हम आत्मा की शांति, सुख और मोक्ष का अनुभव करते हैं। इन भजनों से हमारे मन को एक नयी ऊर्जा और शरीर में एक नये उत्साह का जन्म होता है जिससे हम जिस काम की ओर भी प्रवृत्त होते हैं उनमें निश्चित तौर पर हमें सफलता की प्राप्ति होती है।
लोकप्रिय शिव भजन | Lokpriya Shiv Bhajan | Top 10 Bhajan Lyrics in Hindi
ओम् नमः शिवाय | Om Namah Shivaya
हर हर महादेव | Har Har Mahadev
शिव ताण्डव स्तोत्र | Shiv Tandav Stotra
शिवशंकर को जिसने पुकारा | Shiv Shankar Ko Jisne Pukara
भोले नाथ से निराला | Bhole Nath Se Nirala
शिव महिमा स्तोत्र | Shiv Mahima Stotra
कैलाश के निवासी |Kailash Ke Nivasi
शिव अमृतवाणी | Shiv Amritwani
शिव के भक्त जो भोले बने |Shiv Ke Bhakt Jo Bhole Bane
मेरे सर पर रख दो भोले नाथ | Mere Sar Par Rakh Do Bhole Nath
शिव भजन पर आम प्रश्नों के उत्तर | FAQ on Shiv Bhajan
शिव भजन क्या होते हैं?
शिव भजन वह संगीत होते हैं जिनमें भगवान शिव की महिमा, शक्ति और प्रेम का गुणगान किया जाता है। ये गीत भक्तों के द्वारा भगवान के साथ आत्मा की संधि बनाने और उनके प्रति भक्ति करने का एक माध्यम होते हैं।
शिव भजन का क्या महत्व है?
शिव भजन का महत्व अत्यधिक है, क्योंकि इनके माध्यम से भक्त अपने मन, वचन और क्रियाएँ भगवान के समर्पण में करते हैं और उनकी कृपा की प्राप्ति की प्रार्थना करते हैं। शिव भजन आत्मा को शांति, सुख और मोक्ष की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।
क्या शिव भजन सुनने के फायदे होते हैं?
हां, शिव भजन सुनने के कई फायदे होते हैं। इनमें से कुछ फायदे निम्नलिखित होते हैं:
मानसिक सुख को बढ़ाना
आत्मा को शांति और सुख की दिशा में मार्गदर्शन करना
भगवान के प्रति भक्ति और समर्पण बढ़ाना
क्या शिव भजन सुनने से आत्मा को शांति मिलती है?
हां, शिव भजन सुनने से आत्मा को शांति मिलती है। इन भजनों के माध्यम से आत्मा को ध्यान और स्पष्टता मिलती है, जिससे चित्त शांत होता है और आंतरिक सुख की दिशा में मार्गदर्शन होता है।
शिव भजन का क्या उद्देश्य होता है?
शिव भजन का मुख्य उद्देश्य भगवान शिव की महिमा का गुणगान करना और उनके प्रति भक्ति और समर्पण दिखाना होता है, जिससे आत्मा को आत्मिक अद्वितीयता और शांति की दिशा में मार्गदर्शन मिले!
शिव भजन कैसे गाएं?
शिव भजन गाने के लिए आपको एक शुद्ध मन, वचन और आत्मा की आवश्यकता होती है। आप इन भजनों के बोलों को मन से जागरूकता और भक्ति के साथ गा सकते हैं और आत्मा को उनके साथ संबंध अनुभव कर सकते हैं।
शिव भजन के क्या विभिन्न प्रकार होते हैं?
शिव भजन विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि ध्यान भजन, आराधना भजन और गाने के भजन। ये भजन आत्मा को विभिन्न तरीकों से भगवान के प्रति समर्पण करने का मौका देते हैं।
क्या शिव भजन सुनने से केवल आध्यात्मिक फायदे होते हैं?
नहीं, शिव भजन सुनने से केवल आध्यात्मिक फायदे ही नहीं, बल्कि ये मानसिक सुख को बढ़ाने, आत्मा को शांति देने और मानसिक स्थिति को सुधारने में भी मदद करते हैं। मानसिक स्थिति शान्त होने से हम जिस कार्य की भी शुरुआत करते हैं या जो भी कार्य कर रहे होते हैं उसमें अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन कर पाते हैं और इस प्रकार आध्यात्मिक के साथ साथ शारीरिक मानसिक और भौतिक संवृद्धि भी होती है।
शिव भजन कैसे शुरू करें?
शिव भजन शुरू करने के लिए आपको एक सुखद और शान्त वातावरण में बैठकर शुरू कर सकते हैं। आपको अपने मन को ध्यान में ले जाना चाहिए और भगवान शिव की प्रति अपनी भक्ति का अभिवादन करना होता है। भजन को गुनगुनाने का अभ्यास कर सकते हैं। इस प्रकार से भजन के बोल सदैव हमारे मानस पटल पर चलते रहते हैं।
हमारे क्षेत्र लगभग हर शुभ अवसर यथा श्री सत्यनारायण कथा, सुन्दरकाण्ड कीर्तन, ललही छठ पूजा, शिवरात्रि, तीज एवं अन्य अनेक अवसरों पर जो भजन गाया जाता है वह इस प्रकार है। आपके क्षेत्र में कौन सा भजन गाया जाता है, हमें कमेंट करके जरूर बतायें।
जय हो गंगाधारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी,
झुकती सारी दुनिया झुकती
झुकती सारी दुनिया झुकती
तुम आदि शिव नारी,
तुम आदि शिव नारी,
तुम आदि शिव नारी,
जय हो भोले भंडारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
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भोले शिव मेरे वरदानी,
भोले देते दाना पानी,
भोले शिव मेरे वरदानी,
भोले देते दाना पानी,
जपते सब नर नारी,
जपते सब नर नारी,
जय हो भोले भंडारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
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बेल पत्र जो भी चढ़ाते,
भोले का वरदान है पाते,
बेल पत्र जो भी चढ़ाते,
भोले का वरदान है पाते,
खुशियां मिलती है सारी,
खुशियां मिलती है सारी,
जय हो भोले भंडारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
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बम बम भोले जो हैं जपते,
रोग दोष हैं सारे कटते,
बम बम भोले जो हैं जपते,
रोग दोष हैं सारे कटते,
झुकती दुनिया सारी,
जय हो भोले भंडारी,
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी
जय हो गंगाधारी,
जय हो भोले भंडारी