शुक्रवार, 29 जुलाई 2022

कजरी गीत //जनक बगिया में फूल की बहार है // Janak Bagiya Me Phool Ki bahar hai koi todanhar hai na || Saavan Geet || Jhula Geet

कजरी गीत //जनक बगिया में फूल की बहार है // Janak Bagiya Me Phool Ki bahar hai koi todanhar hai na || Saavan Geet || Jhula Geet

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जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
**
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी सीताजी रानी 
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी सीताजी रानी 
जिसके धनुष में 
बहुत गुणगान है 
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
**
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी गौरा जी रानी 
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी गौरा जी रानी 
जिसके डमरू में 
बहुत गुणगान है 
जिसके डमरू में 
बहुत गुणगान है
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
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तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी राधाजी रानी
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी राधाजी रानी
जिसके बंशी में 
बहुत गुणगान है 
वही तोडनहार है ना 
जिसके बंशी में 
बहुत गुणगान है 
वही तोडनहार है ना
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना 
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी सरस्‍वती जी रानी 
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी सरस्‍वती जी रानी 
जिसकी सृस्टि में 
बहुत गुणगान है 
वही तोडनहार है ना 
जिसकी सृस्टि में 
बहुत गुणगान है 
वही तोडनहार है ना
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना
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तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी लक्ष्‍मी जी रानी 
तोडे वही अन्‍तरयामी 
जिसकी लक्ष्‍मी जी रानी 
जिसके चक्रों में 
बहुत गुणगान है
वही तोडनहार है ना 
जिसके चक्रों में 
बहुत गुणगान है
वही तोडनहार है ना
जनक बगिया में 
फूल की बहार है
कोई तोडनहार है ना
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कजरी गीत //जनक बगिया में फूल की बहार है // Janak Bagiya Me Phool Ki bahar hai koi todanhar hai na || Saavan Geet || Jhula Geet

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Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
**
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī sītājī rānī 
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī sītājī rānī 
Jisake dhanuṣh mean 
Bahut guṇagān hai 
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
**
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī gaurā jī rānī 
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī gaurā jī rānī 
Jisake ḍamarū mean 
Bahut guṇagān hai 
Jisake ḍamarū mean 
Bahut guṇagān hai
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
**
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī rādhājī rānī
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī rādhājī rānī
Jisake banshī mean 
Bahut guṇagān hai 
Vahī toḍanahār hai nā 
Jisake banshī mean 
Bahut guṇagān hai 
Vahī toḍanahār hai nā
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā 
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī sarasvatī jī rānī 
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī sarasvatī jī rānī 
Jisakī sṛusṭi mean 
Bahut guṇagān hai 
Vahī toḍanahār hai nā 
Jisakī sṛusṭi mean 
Bahut guṇagān hai 
Vahī toḍanahār hai nā
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā
**
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī lakṣhmī jī rānī 
Toḍe vahī antarayāmī 
Jisakī lakṣhmī jī rānī 
Jisake chakroan mean 
Bahut guṇagān hai
Vahī toḍanahār hai nā 
Jisake chakroan mean 
Bahut guṇagān hai
Vahī toḍanahār hai nā
Janak bagiyā mean 
Fūl kī bahār hai
Koī toḍanahār hai nā
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गुरुवार, 28 जुलाई 2022

मेरे हिरदय में भगवान आने लगे || Mere Hirdaya Me Bhagwan Aane Lage || Satyanarayan Vrat Bhajan

मेरे हिरदय में भगवान आने लगे  || Mere Hirdaya Me Bhagwan Aane Lage || Satyanarayan Vrat Bhajan 

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मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे
मैंने पूछा कि 
भगवान खाते हो क्‍या 
मैंने पूछा कि 
भगवान खाते हो क्‍या 
वो तो शबरी के
बैर बताने लगे 
वो तो शबरी के 
बैर बताने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे
**
मैने पूछा कि 
भगवान पीते हो क्‍या 
मैने पूछा कि 
भगवान पीते हो क्‍या 
वो तो सरजू के 
नीर बताने लगे 
वो तो सरजू के 
नीर बताने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे
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मैने पूछा कि 
भगवान सोते कहॉं  
मैने पूछा कि 
भगवान सोते कहॉं 
वो तो कुश का 
आसन बताने लगे 
वो तो कुश का 
आसन बताने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे 
मेरे हिरदय में 
भगवान आने लगे
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Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage
Maianne pūchhā ki 
Bhagavān khāte ho kyā 
Maianne pūchhā ki 
Bhagavān khāte ho kyā 
Vo to shabarī ke
Bair batāne lage 
Vo to shabarī ke 
Bair batāne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage
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Maine pūchhā ki 
Bhagavān pīte ho kyā 
Maine pūchhā ki 
Bhagavān pīte ho kyā 
Vo to sarajū ke 
Nīr batāne lage 
Vo to sarajū ke 
Nīr batāne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage
**
Maine pūchhā ki 
Bhagavān sote kahaan  
Maine pūchhā ki 
Bhagavān sote kahaan 
Vo to kush kā 
Āsan batāne lage 
Vo to kush kā 
Āsan batāne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage 
Mere hiradaya mean 
Bhagavān āne lage
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कौन गुनाह हम कीन्‍ह कुन्‍दन वन छोडे ऊधव || Kaun Gunah Ham Keenh Kundan Van Chhode Uudhav || Shri Krishna Bhajan || Krishna Janmashtami

कौन गुनाह हम कीन्‍ह   कुन्‍दन वन छोडे ऊधव || Kaun Gunah Ham Keenh Kundan Van Chhode Uudhav || Shri Krishna Bhajan || Krishna Janmashtami 

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कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव  
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव
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जो मैं होती जल की मछरिया 
जो मैं होती जल की मछरिया 
कृष्‍ण करै स्‍नान 
चरण गहि लेती ऊधव 
कृष्‍ण करै स्‍नान 
चरण गहि लेती ऊधव 
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव  
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव
**
जो मैं होती बांस की बंसी
जो मैं होती बांस की बंसी
कृष्‍ण बजावैं बीन 
अधर गहि लेती ऊधव 
कृष्‍ण बजावैं बीन 
अधर गहि लेती ऊधव 
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव  
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव
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जो मैं होती मोर की पंखी 
जो मैं होती मोर की पंखी 
कृष्‍ण करैं श्रृंगार 
मुकुट में रह लेती ऊधव 
कृष्‍ण करैं श्रृंगार 
मुकुट में रह लेती ऊधव 
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव  
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव
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जो मैं होती बेला चमेली 
जो मैं होती बेला चमेली 
कृष्‍ण करैं श्रृंगार 
गले बिच रह लेती ऊधव 
कृष्‍ण करैं श्रृंगार 
गले बिच रह लेती ऊधव 
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव  
कौन गुनाह हम कीन्‍ह 
कुन्‍दन वन छोडे ऊधव
*****

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Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhav  
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhava
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Jo maian hotī jal kī machhariyā 
Jo maian hotī jal kī machhariyā 
Kṛuṣhṇ karai snān 
Charaṇ gahi letī ūdhav 
Kṛuṣhṇ karai snān 
Charaṇ gahi letī ūdhav 
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhav  
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhava
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Jo maian hotī bāansa kī bansī
Jo maian hotī bāansa kī bansī
Kṛuṣhṇ bajāvaian bīn 
Adhar gahi letī ūdhav 
Kṛuṣhṇ bajāvaian bīn 
Adhar gahi letī ūdhav 
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhav  
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhava
**
Jo maian hotī mor kī pankhī 
Jo maian hotī mor kī pankhī 
Kṛuṣhṇ karaian shrṛuangār 
Mukuṭ mean rah letī ūdhav 
Kṛuṣhṇ karaian shrṛuangār 
Mukuṭ mean rah letī ūdhav 
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhav  
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhava
**
Jo maian hotī belā chamelī 
Jo maian hotī belā chamelī 
Kṛuṣhṇ karaian shrṛuangār 
Gale bich rah letī ūdhav 
Kṛuṣhṇ karaian shrṛuangār 
Gale bich rah letī ūdhav 
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhav  
Kaun gunāh ham kīnh 
Kundan van chhoḍe ūdhava
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रविवार, 24 जुलाई 2022

सावन का महीना आया है चलो भोले को मनाते हैं || Sawan Ka Mahina Aaya Hai Chalo Bhole ko Manate Hai || Shiv Bhajan || Sawan Shivratri

सावन का महीना आया है  चलो भोले को मनाते हैं || Sawan Ka Mahina Aaya Hai Chalo Bhole ko Manate Hai || Shiv Bhajan || Sawan Shivratri 

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सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं 
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
**
भांग धतूरा बेल पतरी
मेरे भोले के मन भाते हैं
भांग धतूरा बेल पतरी 
मेरे भोले के मन भाते हैं
चलो भोले के दर पे चलके
हम उनको भोग लगाते हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
**
हाथ में डमरू और त्रिशूल
मृगछाला में वे भाते हैं
हाथ में डमरू और त्रिशूल
मृगछाला में वे भाते हैं
शीष पे गंगा मैया हैं
मस्‍तक पे चन्‍द्र विराजे हैं
शीष पे गंगा मैया हैं
मस्‍तक पे चन्‍द्र विराजे हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
**
है सर्प की माला कण्‍ठों में 
नीलकण्‍ठ कहलाते हैं
है सर्प की माला कण्‍ठों में 
नीलकण्‍ठ कहलाते हैं
कर्पूरगौरं भोलेनाथ 
भस्‍म रमा के विराजे हैं 
कर्पूरगौरं भोलेनाथ 
भस्‍म रमा के विराजे हैं 
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
**
बामांग विराजी गौरी मॉं 
संग कार्तिक और गजानन हैं
बामांग विराजी गौरी मॉं 
संग कार्तिक और गजानन हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
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मैं दास तुम्‍हारा हूँ प्रभु जी
गुण कर्म धरम मतिहीन प्रभू
मैं दास तुम्‍हारा हूँ प्रभु जी
गुण कर्म धरम मतिहीन प्रभू
मैं शरण तुम्‍हारी आया हूँ 
चरणों की भक्ति पाने को 
मैं शरण तुम्‍हारी आया हूँ 
चरणों की भक्ति पाने को 
**
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं 
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं
चलो भोले को मनाते हैं
सावन का महीना आया है
चलो भोले को मनाते हैं
*****

**
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian 
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
**
Bhāanga dhatūrā bel patarī
Mere bhole ke man bhāte haian
Bhāanga dhatūrā bel patarī 
Mere bhole ke man bhāte haian
Chalo bhole ke dar pe chalake
Ham unako bhog lagāte haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
**
Hāth mean ḍamarū aur trishūla
Mṛugachhālā mean ve bhāte haian
Hāth mean ḍamarū aur trishūla
Mṛugachhālā mean ve bhāte haian
Shīṣh pe gangā maiyā haian
Mastak pe chandra virāje haian
Shīṣh pe gangā maiyā haian
Mastak pe chandra virāje haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
**
Hai sarpa kī mālā kaṇṭhoan mean 
Nīlakaṇṭha kahalāte haian
Hai sarpa kī mālā kaṇṭhoan mean 
Nīlakaṇṭha kahalāte haian
Karpūragauran bholenāth 
Bhasm ramā ke virāje haian 
Karpūragauran bholenāth 
Bhasm ramā ke virāje haian 
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
**
Bāmāanga virājī gaurī maan 
Sanga kārtik aur gajānan haian
Bāmāanga virājī gaurī maan 
Sanga kārtik aur gajānan haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
**
Maian dās tumhārā hū prabhu jī
Guṇ karma dharam matihīn prabhū
Maian dās tumhārā hū prabhu jī
Guṇ karma dharam matihīn prabhū
Maian sharaṇ tumhārī āyā hū 
Charaṇoan kī bhakti pāne ko 
Maian sharaṇ tumhārī āyā hū 
Charaṇoan kī bhakti pāne ko 
**
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian 
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian
Chalo bhole ko manāte haian
Sāvan kā mahīnā āyā hai
Chalo bhole ko manāte haian
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शनिवार, 16 जुलाई 2022

तुम अगर द्वार भोले के आते रहो || Tum Agar Dwar Bhole Ke Aate Raho || Shiv Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan

तुम अगर द्वार भोले के आते रहो || Tum Agar Dwar Bhole Ke Aate Raho || Shiv Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan 


(धुन : तुम अगर साथ देने का वादा करो) 

**
तुम अगर द्वार भोले के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
बाबा शिव को पुकारा जो मन से कभी
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
बाबा भोले की भक्ति है सबसे सरल
जो किसी देव देवी में पाई नहीं
कौन ऐसा अभागा है संसार है
जिसने शिवजी की महिमा को गाई नहीं
सोचने में समय तेरा जाता रहा
तो सुहाने ये पल भी गुजर जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
सोना चांदी तो बाबा नहीं मांगते
भाव से गंगा जल ही चढ़ा दीजिये
फूल फल भी चढाने से मजबूर हो
हाथ चरणों के आगे बढ़ा दीजिये
बाबा ऐसे दयालु है भक्तो सुनो
जो भी संकट तुम्हारे है टल जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
जिनके होंठों पे शिव शिव का उच्चार है
उनके जीवन में देखा चमत्कार है
उनके चरणों में जा अब तू देरी ना कर
वो ही दातार सच्चा मददगार है
सबकी बिगड़ी बनाते है भोले सदा
तेरी बिगड़ी को क्या वो मुकर जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
तूने शाश्त्र पढ़े तूने वेद पढ़े
शास्‍त्र पढके भी तूने ये सोचा नहीं
तूने शाश्त्र पढ़े तूने वेद पढ़े
शास्‍त्र पढके भी तूने ये सोचा नहीं
भोला बाबा के दर पे तू आके तो देख
तेरे सारे ही संकट तो मिट जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
भोलेनाथ के चरणों में चारों धाम है
आजा आजा यही भक्ति का धाम है
भोलेनाथ के चरणों में चारों धाम है
आजा आजा यही भक्ति का धाम है
डमरू वाले की पूजा की ही नहीं
फिर तीर्थो में क्यों कर हम जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
तू भटकता है दर दर परेशान क्यों
तेरी मुश्किल का बाबा को अहसास है
मुझको काशी निवासी पे विश्वास है
वो रहता सदा भक्त के पास है
शिव का सुमिरण जो भक्तगण करते सदा
भक्त भोले के भव से भी तर जाएँगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
**
तुम अगर द्वार भोले के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
बाबा शिव को पुकारा जो मन से कभी
जो खजाने है खाली वो भर जाएंगे
तुम अगर द्वार भोलें के आते रहो
काम जो भी हैं बिगड़े सुधर जाएंगे
*****

तुम अगर द्वार भोले के आते रहो || Tum Agar Dwar Bhole Ke Aate Raho || Shiv Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan

**
Tum agar dvār bhole ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
Bābā shiv ko pukārā jo man se kabhī
Jo khajāne hai khālī vo bhar jāeange
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Bābā bhole kī bhakti hai sabase sarala
Jo kisī dev devī mean pāī nahīan
Kaun aisā abhāgā hai sansār hai
Jisane shivajī kī mahimā ko gāī nahīan
Sochane mean samaya terā jātā rahā
To suhāne ye pal bhī gujar jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Sonā chāandī to bābā nahīan māangate
Bhāv se gangā jal hī chaā dījiye
Fūl fal bhī chaḍhāne se majabūr ho
Hāth charaṇoan ke āge baā dījiye
Bābā aise dayālu hai bhakto suno
Jo bhī sankaṭ tumhāre hai ṭal jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Jinake hoanṭhoan pe shiv shiv kā uchchār hai
Unake jīvan mean dekhā chamatkār hai
Unake charaṇoan mean jā ab tū derī nā kara
Vo hī dātār sachchā madadagār hai
Sabakī bigaī banāte hai bhole sadā
Terī bigaī ko kyā vo mukar jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Tūne shāshtra pae tūne ved pae
Shāstra paḍhake bhī tūne ye sochā nahīan
Tūne shāshtra pae tūne ved pae
Shāstra paḍhake bhī tūne ye sochā nahīan
Bholā bābā ke dar pe tū āke to dekha
Tere sāre hī sankaṭ to miṭ jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Bholenāth ke charaṇoan mean chāroan dhām hai
Ājā ājā yahī bhakti kā dhām hai
Bholenāth ke charaṇoan mean chāroan dhām hai
Ājā ājā yahī bhakti kā dhām hai
Ḍamarū vāle kī pūjā kī hī nahīan
Fir tīrtho mean kyoan kar ham jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Tū bhaṭakatā hai dar dar pareshān kyoan
Terī mushkil kā bābā ko ahasās hai
Mujhako kāshī nivāsī pe vishvās hai
Vo rahatā sadā bhakta ke pās hai
Shiv kā sumiraṇ jo bhaktagaṇ karate sadā
Bhakta bhole ke bhav se bhī tar jāege
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
**
Tum agar dvār bhole ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
Bābā shiv ko pukārā jo man se kabhī
Jo khajāne hai khālī vo bhar jāeange
Tum agar dvār bholean ke āte raho
Kām jo bhī haian bigaḍae sudhar jāeange
*****

आ लौट के आजा भोलेनाथ || AA Laut ke Aaja Bholenath || Shiv Shankar Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan

आ लौट के आजा भोलेनाथ || AA Laut ke Aaja Bholenath || Shiv Shankar Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan

(धुन : आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं)

**
आ लौट के आजा भोलेनाथ 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
तेरा सुना पड़ा रे कैलाश 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
**
अंगो पे विभूति गले में माला 
पहने है शंकर भोला 
तुम हो सबका पालन हार 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
आ लौट के आजा भोलेनाथ 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
**
माथे पे चंदा जटा में गंगा 
जटा से बहती धारा 
सबका करता तू बेडा पार 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
**
हाथो में डमरू पास में त्रिशूल 
नंदी पे करता सवारी 
सबका तू है पालनहार 
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
आ लौट के आजा भोलेनाथ
तुझे माँ गौरा बुलाती है 
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आ लौट के आजा भोलेनाथ || AA Laut ke Aaja Bholenath || Shiv Shankar Bhajan Lyrics in Hindi || Shiv Parvati Bhajan
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Ā lauṭ ke ājā bholenāth 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
Terā sunā padā re kailāsh 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
Ā lauṭ ke ājā bholenātha
Tuze mā gaurā bulātī hai 
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Aango pe vibhūti gale mean mālā 
Pahane hai shankar bholā 
Tum ho sabakā pālan hār 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
Ā lauṭ ke ājā bholenāth 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
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Māthe pe chandā jaṭā mean gangā 
Jaṭā se bahatī dhārā 
Sabakā karatā tū beḍā pār 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
Ā lauṭ ke ājā bholenātha
Tuze mā gaurā bulātī hai 
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Hātho mean ḍamarū pās mean trishūl 
Nandī pe karatā savārī 
Sabakā tū hai pālanahār 
Tuze mā gaurā bulātī hai 
Ā lauṭ ke ājā bholenātha
Tuze mā gaurā bulātī hai 
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बुधवार, 13 जुलाई 2022

कथा प्रसंग 002 : स्‍वामी राजेश्‍वरानन्‍द जी : धन्य है सत्पुरषों का संग || Dhanya Hai Satpurushon ka Sang

कथा प्रसंग 002 : स्‍वामी राजेश्‍वरानन्‍द जी : धन्य है सत्पुरषों का संग  || Dhanya Hai Satpurushon ka Sang



एक महात्मा थे श्री माधव दास जी महाराज, श्री वृंदावन धाम में निवास किया करते थे। एक बार श्री जगन्नाथ पुरी जा कर रहे तो वे नित्य भिक्षा के लिए जाते थे। 


नारायण हरि – भिक्षां देहि कहकर भिक्षा मांगा करते थे, लोग अपना सौभाग्य मानते थे।  संत को भिक्षा देकर अपने धन-धान्य को धन्य करते थे। और एक वृद्धा माता कुछ नहीं देती थी गाली देती थी कहती  निठल्ले कुछ नहीं किया जाता और निकल आते हैं दे दो दे दे दो।


और महात्मा भी बड़े अद्भुत उसके घर जरूर जाते, किसी ने उनसे कहा कि बाबा अरे जब वह कुछ नहीं देती है उनके यहां क्यों जाते हो?


माधव दास जी बोले अरे वह वो चीज देती है जो कोई नहीं देता, गाली तो देती है कुछ ना कुछ तो देती है। 


खोद खाद धरती से काट कूट वन राय। 

कुटिल वचन साधु सहे सबसे सहा न जाए।। 


अच्छा बृद्धा माता के बेटे का विवाह हो गया था, बेटे के घर किसी बेटे का जन्म नहीं हुआ था। पौत्र का जन्म नहीं हुआ था इसलिए वह वृद्धा माता बड़ी दुखी रहती थी। 


महात्मा को देखकर गाली देती एक दिन सदा की तरह माधव दास जी उसके दरवाजे पर गए। कहने लगी तू फिर आ गया निठल्ले?

 

कपड़े का पोता लेकर हाथ में पुताई का काम कर रही थी, कीचड़ से सना हुआ वह वस्त्र खंड महात्मा को देखकर वृद्धा माता ने फेंककर उस पोता से महात्मा को मारा। 


वह वस्त्र खंड महात्मा के जाकर छाती से लगा और नीचे गिर गया, बुढ़िया ने मार तो दिया लेकिन डर गई कहीं बाबा श्राप न दे दे?


लेकिन महात्मा मुस्कुराने लगे और वह कपड़े का वस्त्र खंड उठा कर बोले चल मैया तूने कुछ दिया तो, लेकिन अब हम भी बिना दिए नहीं जाएंगे। 


संत माधव दास भी उत्तर इसी का देगा। 

पोता अगर दिया है तो जा पोता तुझे मिलेगा।। 


संत की बात मिथ्या नहीं जाती भगवान भी संतो की बात की मर्यादा रखते हैं। भगवान संत की मर्यादा रखे उसके घर पोता का जन्म हुआ। 


वह कहती थी- 

पोता दियो ना प्रेम से रिसिवस दीन्हो मार। 

ऐसे पुण्यन सो सखी मेरे पोता खेलत द्वार।।

जो मैं ऐसे संत को देती प्रेम प्रसाद। 

तो घर में सुत उपजते जैसे ध्रुव प्रहलाद।।


माधव दास जी उस मिट्टी कीचड़ से सने हुए वस्त्र को लेकर आए जल से धुला उसके मटमैलेपन को दूर किया। कंकड़ों को धोया साफ कर दिया। 


और फिर घी में डाल दिया और घी से निकाल कर बत्ती बना दी और फिर दीया जला दी और मंदिर पर रख दिया उसको और वह वस्त्र खंड अपने सौभाग्य की सराहना करते हुए कह रहा है-

धन्य है सत पुरुषों का संग, 

बदल देता है जीवन का रंग। 


पोता में रोता था जहां रक्त और पीर, 

चौकी में फेरा जाता था मरते थे लाखों जीव। 


आ गया था जीवन से तंग, 

धन्य है सत पुरुषों का संग।  


और महात्मा ने क्या किया मिट्टी कंकड़ साफ कर दिया तो अब की दशा क्या है।  


झूला करूँ आरती ऊपर गरुण करे गुनगाथ।  

देते हैं मेरे प्रकाश में दरसन दीनानाथ।। 


आशीषें अंधे और अपंग 

धन्य है सत्पुरषों का संग। 


जिंदगी बदल दी केवल महात्मा के सत्संग ने अब मैं आरती के ऊपर झूलता हूं और मेरे प्रकाश में भगवान के दर्शन लोगों को होता है। अपंग अंधे आशीष देते हैं, भक्त उमंग में भरकर मुझे स्वीकार करते हैं जिंदगी बदल दी केवल महात्मा के सत्संग ने। 


धन्य है सत्पुरषों का संग


सीताराम सीताराम सीताराम कहिये || Sitaram Sitaram Sitaram Kahiye || Shri Ram Chandra Ji Ka Bhajan Lyrics in Hindi 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहे बिधि राखे राम वाहि बिधि रहिये 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहे बिधि राखे राम वाहि बिधि रहिये 


मुख में हो राम नाम 

राम सेवा हाथ में 

मुख में हो राम नाम 

राम सेवा हाथ में

तू अकेला नहीं प्‍यारे 

राम जी तेरे साथ में

विधि का विधान जान 

हानि लाभ सहिये 

विधि का विधान जान 

हानि लाभ सहिये 

जाहे बिधि राखे राम 

वाहि बिधि रहिये 


सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहि बिधि राखे राम वाहि बिधि रहिये 


किया अभिमान तो फिर 

मान नहीं पायेगा

किया अभिमान तो फिर 

मान नहीं पायेगा

होगा प्‍यारे वही जो

श्रीराम जी को भायेगा

होगा प्‍यारे वही जो

श्रीराम जी को भायेगा

फल आशा त्‍याग 

शुभ काम करते रहिये

फल आशा त्‍याग 

शुभ काम करते रहिये

जाहे बिधि राखे राम ताहि बिधि रहिये 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहि बिधि राखे राम वाहि बिधि रहिये 


जिन्‍दगी की डोर सौंप 

हाथ दीना नाथ के

जिन्‍दगी की डोर सौंप 

हाथ दीना नाथ के

महलों में राखे चाहे

झोपडी में वास दे

महलों में राखे चाहे

झोपडी में वास दे


धन्‍यवाद निर्विवाद 

राम राम कहिये 

धन्‍यवाद निर्विवाद 

राम राम कहिये 

जाहे विधि राखे राम वाहि बिधि रहिये 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये

जाहे विधि राखे राम वाहि बिधि रहिये


आशा एक राम जी से 

दूजी आसा छोड दे

आशा एक राम जी से 

दूजी आसा छोड दे

नाता एक राम जी से 

दूजा नाता तोड दे

नाता एक राम जी से 

दूजा नाता तोड दे

साधु संग राम रंग

अंग अंग रंगिये

काम रस त्‍याग प्‍यारे 

राम रस पगिये 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहे बिधि राखे राम वाहि विधि रहिये 

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये 

जाहे बिधि राखे राम वाहि विधि रहिये

जाहे बिधि राखे राम वाहि विधि रहिये

जाहे बिधि राखे राम वाहि विधि रहिये

मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English

मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English ** **  मेरी अखियों के सामने ही रहन...