आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
भोग रखा रहा
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी की
धरी रह गयी
*****
हमसे रूठे हो क्यों
आप आते नहीं
मेरा अपराध क्या
है बताते नहीं
रोते रोते मेरी
सांसे रुकने लगी
क्या बुलाने में मेरी
कमी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
*****
ज्ञान भी हो गया
ध्यान भी हो गया
फिर भी दर्शन की आशा
धरी रह गयी
इतना होते हुए
मै समझ ना सकी
कौनसी भावना में
कमी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
*****
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
भोग रखा रहा
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी
की धरी रह गयी
*****
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
भोग रखा रहा
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी की
धरी रह गयी
*****
हमसे रूठे हो क्यों
आप आते नहीं
मेरा अपराध क्या
है बताते नहीं
रोते रोते मेरी
सांसे रुकने लगी
क्या बुलाने में मेरी
कमी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
*****
ज्ञान भी हो गया
ध्यान भी हो गया
फिर भी दर्शन की आशा
धरी रह गयी
इतना होते हुए
मै समझ ना सकी
कौनसी भावना में
कमी रह गयी
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
*****
आप आए नहीं
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली
धरी रह गयी
भोग रखा रहा
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी
की धरी रह गयी
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