वृन्दावन के बांके बिहारी हमसे पर्दा करो ना मुरारी | Vrindavan Ke Banke Bihari Hamse parda Karo Na Murari | Bhajan Lyrics In Hindi
कृष्ण भजन - एक अलौकिक अनुभूति
सभी भगवान के भक्त अपने आसपास की सुंदरता को देखने के लिए ध्यान देते हैं, जब वे अपने इष्टदेवता के प्रति अपनी पूरी भावना और समर्पण के साथ गाते हैं, तो वह अनुभव को आलौकिक और अद्वितीय बना देता है। कृष्ण भजन भी इस अनूठी अनुभूति का भाग है, जिसमें भक्त अपने मन, शरीर और आत्मा को पूरी तरह से कृष्ण के प्रति समर्पित करते हैं। कृष्णलीला और उपदेशों की कई अद्वितीय गाथाएं हैं। कृष्ण के भक्त कृष्ण भजनों के माध्यम से उनके प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम की अभिव्यक्ति करते हैं। कृष्ण भजनों के माध्यम से, भक्त अपनी आत्मा के साथ दिव्यता की अलौकिक अनुभूति प्राप्त करते हैं। कृष्ण भजनों की विशेषता यह है कि वे संगीत और शब्द के माध्यम से प्रस्तुत किए जाते हैं, जिनसे उनका सुनने वाला संगीत के साथ उनकी भावनाओं को भी सहायक बनाता है। कृष्ण के भजन सामंजस्य और मनोबल के साथ आते हैं और इन्हें गाने वाले और सुनने वाले दोनों को आलौकिक अनुभूति का अवसर प्रदान करते हैं।
कृष्ण भजन का एक और महत्वपूर्ण पहलु है कि वे धार्मिक संदेश के साथ आते हैं। ये भजन न केवल कृष्ण के गुण और लीलाओं की महिमा को सुनाते हैं, बल्कि वे धर्मिक सिद्धांतों का भी उपदेश देते हैं। इन भजनों के गीत और शब्द से भक्त अपने जीवन में भाग्य, प्रेम और भगवान के प्रति श्रद्धा के महत्व को प्रस्तुत करते हैं। कृष्ण भजनों का एक अन्य फायदा यह है कि वे एक एक व्यक्ति की अनुभूति को अधिक व्यक्तिगत बनाते हैं। प्रस्तुत है यह सुन्दर भजन -
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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हम तुम्हारे पराये नहीं हैं
गैर के दर पे आये नहीं हैं
हम तुम्हारे पुराने पुजारे
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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हरिदास के राज दुलारे
नन्द यशोदा के आखोँ के तारे
राधा के सावरे गिरिधारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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अर्जुन ने हथियार जब डाला
मुरली वाले ने आके संभाला
अर्जुन के सारथि गिरधारी
हम से पर्दा करो न बिहारी
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वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
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