गुरुवार, 9 नवंबर 2023

राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए | Radhe Tere Charano Ki agar Dhul Jo Mil Jaye | Bhajan Lyrics in Hindi

राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए | Radhe Tere Charano Ki agar Dhul Jo Mil Jaye | Bhajan Lyrics in Hindi


राधे तेरे चरणों की 
अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी 
तकदीर बदल जाए
*****
सुनता हू तेरे रहमत 
दिन रात बरसती है
एक बूँद जो मिल जाए 
काली जीवन की खिल जाए
*****
राधे तेरे चरणों की 
अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी 
तकदीर बदल जाए
*****
राधे इस जीवन की 
बस एक तमन्ना है
तुम सामने हो मेरे 
मेरा दम ही निकल ही जाए
*****
राधे तेरे चरणों की 
अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी 
तकदीर बदल जाए
*****
नज़रो से गिरना ना 
चाहे जितनी सज़ा देना
नज़रो से जो गिर जाए 
मुस्किल है संभाल पाना
*****
राधे तेरे चरणों की 
अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी 
तकदीर बदल जाए
*****
ये मन बड़ा चंचल है 
कैसे तेरा भजन करू
जितना इसे समझाऊँ 
उतना ही मचल जाए
*****
राधे तेरे चरणों की 
अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी 
तकदीर बदल जाए
*****

वृन्दावन के बांके बिहारी हमसे पर्दा करो ना मुरारी | Vrindavan Ke Banke Bihari Hamse parda Karo Na Murari | Bhajan Lyrics In Hindi

वृन्दावन के बांके बिहारी हमसे पर्दा करो ना मुरारी | Vrindavan Ke Banke Bihari Hamse parda Karo Na Murari | Bhajan Lyrics In Hindi


कृष्‍ण भजन - एक अलौकिक अनुभूति

सभी भगवान के भक्त अपने आसपास की सुंदरता को देखने के लिए ध्यान देते हैं, जब वे अपने इष्टदेवता के प्रति अपनी पूरी भावना और समर्पण के साथ गाते हैं, तो वह अनुभव को आलौकिक और अद्वितीय बना देता है। कृष्‍ण भजन भी इस अनूठी अनुभूति का भाग है, जिसमें भक्त अपने मन, शरीर और आत्मा को पूरी तरह से कृष्‍ण के प्रति समर्पित करते हैं। कृष्‍णलीला और उपदेशों की कई अद्वितीय गाथाएं हैं। कृष्‍ण के भक्त कृष्ण भजनों के माध्यम से उनके प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम की अभिव्यक्ति करते हैं। कृष्‍ण भजनों के माध्यम से, भक्त अपनी आत्मा के साथ दिव्यता की अलौकिक अनुभूति प्राप्‍त करते हैं। कृष्‍ण भजनों की विशेषता यह है कि वे संगीत और शब्‍द के माध्यम से प्रस्तुत किए जाते हैं, जिनसे उनका सुनने वाला संगीत के साथ उनकी भावनाओं को भी सहायक बनाता है। कृष्‍ण के भजन सामंजस्‍य और मनोबल के साथ आते हैं और इन्हें गाने वाले और सुनने वाले दोनों को आलौकिक अनुभूति का अवसर प्रदान करते हैं।

कृष्‍ण भजन का एक और महत्‍वपूर्ण पहलु है कि वे धार्मिक संदेश के साथ आते हैं। ये भजन न केवल कृष्‍ण के गुण और लीलाओं की महिमा को सुनाते हैं, बल्कि वे धर्मिक सिद्धांतों का भी उपदेश देते हैं। इन भजनों के गीत और शब्द से भक्त अपने जीवन में भाग्‍य, प्रेम और भगवान के प्रति श्रद्धा के महत्‍व को प्रस्‍तुत करते हैं।  कृष्‍ण भजनों का एक अन्‍य फायदा यह है कि वे एक एक व्यक्ति की अनुभूति को अधिक व्यक्तिगत बनाते हैं। प्रस्‍तुत है यह सुन्‍दर भजन -

वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी 
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
*****
हम तुम्हारे पराये नहीं हैं
गैर के दर पे आये नहीं हैं
हम तुम्हारे पुराने पुजारे
हमसे पर्दा करो ना मुरारी 
*****
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
*****
हरिदास के राज दुलारे
नन्द यशोदा के आखोँ के तारे 
राधा के सावरे गिरिधारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
*****
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
*****
अर्जुन ने हथियार जब डाला
मुरली वाले ने आके संभाला
अर्जुन के सारथि गिरधारी
हम से पर्दा करो न बिहारी
*****
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
वृन्दावन के बांके बिहारी
हमसे पर्दा करो ना मुरारी
*****

जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम | Jag Me Sundar Hai Do Naam Chahe Krishna Kaho Ya Ram | Lyrics in Hindi

जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम | Jag Me Sundar Hai Do Naam Chahe Krishna Kaho Ya Ram | Lyrics in Hindi 


जग में सुन्दर है दो नाम, 
चाहे कृष्ण कहो या राम
बोलो राम राम राम, 
बोलो श्याम श्याम श्याम
*****
माखन ब्रज में एक चुरावे, 
एक बेर के खावे
प्रेम भाव से भरे अनोखे, 
दोनों के है काम
चाहे कृष्‍ण कहो या राम 
*****
जग में सुन्दर है दो नाम, 
चाहे कृष्ण कहो या राम
बोलो राम राम राम, 
बोलो श्याम श्याम श्याम
*****
एक कंस पापी को मारे, 
एक दुष्ट रावण संहारे
दोनों दीन के दुःख हरत है, 
दोनों बल के धाम
चाहे कृष्‍ण कहो या राम 
*****
जग में सुन्दर है दो नाम, 
चाहे कृष्ण कहो या राम
बोलो राम राम राम, 
बोलो श्याम श्याम श्याम
*****
एक ह्रदय में प्रेम बढावे, 
एक ताप संताप मिटावे
दोनों सुख के सागर है, 
और दोनों पूरण काम
चाहे कृष्‍ण कहो या राम 
*****
जग में सुन्दर है दो नाम, 
चाहे कृष्ण कहो या राम
बोलो राम राम राम, 
बोलो श्याम श्याम श्याम
*****
एक राधिका के संग राजे, 
एक जानकी संग बिराजे
चाहे सीता राम कहो , 
या बोलो राधे श्‍याम 
चाहे कृष्‍ण कहो या राम 
*****
जग में सुन्दर है दो नाम, 
चाहे कृष्ण कहो या राम
बोलो राम राम राम, 
बोलो श्याम श्याम श्याम
*****

आप आए नहीं और सुबह हो गयी | Aap Aaye Nahi Aur Subah Ho Gayi | Bhajan Lyrics In Hindi

आप आए नहीं और सुबह हो गयी | Aap Aaye Nahi Aur Subah Ho Gayi | Bhajan Lyrics In Hindi



आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी 
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
भोग रखा रहा 
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी की 
धरी रह गयी 
*****
हमसे रूठे हो क्यों 
आप आते नहीं
मेरा अपराध क्या 
है बताते नहीं 
रोते रोते मेरी 
सांसे रुकने लगी
क्या बुलाने में मेरी 
कमी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
*****
ज्ञान भी हो गया 
ध्यान भी हो गया
फिर भी दर्शन की आशा 
धरी रह गयी
इतना होते हुए 
मै समझ ना सकी
कौनसी भावना में 
कमी रह गयी
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
*****
आप आए नहीं 
और सुबह हो गयी
मेरी पूजा की थाली 
धरी रह गयी
भोग रखा रहा 
फूल मुरझा गए
आरती भी धरी 
की धरी रह गयी
*****

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए | Kishori Kuchh Aisa Intajam Ho Jaye | Radha Krishna Bhajan Lyrics In Hindi

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए | Kishori Kuchh Aisa Intajam Ho Jaye | Radha Krishna Bhajan Lyrics In Hindi


किशोरी कुछ ऐसा 
इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा 
नाम हो जाए॥
*****
जब गिरते हुए मैंने 
तेरे नाम लिया है।
तो गिरने ना दिया तूने, 
मुझे थाम लिया है॥
*****
तुम अपने भक्तो पे कृपा करती हो, श्री राधे।
उनको अपने चरणों में जगह देती  हो श्री राधे।
तुम्हारे चरणों में मेरा 
मुकाम हो जाए॥
*****
मांगने वाले खाली ना लौटे, 
कितनी मिली खैरात ना पूछो।
उनकी कृपा तो उनकी कृपा है, 
उनकी कृपा की बात ना पूछो॥
*****
ब्रज की रज में लोट कर, 
यमुना जल कर पान।
श्री राधा राधा रटते, 
या तन सों निकले प्राण॥
*****
गर तुम ना करोगी तो 
कृपा कौन करेगा।
गर तुम ना सुनोगी तो 
मेरी कौन सुनेगा॥
*****
डोलत फिरत मुख बोलत मैं राधे राधे, 
और जग जालन  के ख्यालन से हट रे।
जागत, सोवत, पग जोवत में राधे राधे, 
रट राधे राधे त्याग उरते कपट रे॥
*****
लाल बलबीर धर धीर रट राधे राधे, 
हरे कोटि बाधे रट राधे झटपट रे।
ऐ रे मन मेरे तू छोड़ के झमेले सब, 
रट राधे रट राधे राधे रट रे॥
*****
श्री राधे इतनी कृपा तुम्हारी 
हम पे हो जाए।
किसी का नाम लूँ जुबा पे 
तुम्हारा नाम आये॥
*****
वो दिन भी आये तेरे वृन्दावन आयें हम, 
तुम्हारे चरणों में अपने सर को झुकाएं हम।
ब्रज गलिओं में झूमे नाचे गायें हम, 
मेरी सारी उम्र वृन्दावन में तमाम हो जाए॥
*****
वृन्दावन के वृक्ष को, 
मर्म ना जाने कोई।
डार डार और पात पात में, 
श्री श्री राधे राधे होए॥
*****
अरमान मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देती, 
सरकार वृन्दावन में बुला क्यूँ नहीं लेती।
दीदार भी होता रहे हर वक्त बार बार, 
चरणों में अपने हमको बिठा क्यूँ नहीं लेती॥
*****
श्री वृन्दावन वास मिले, 
अब यही हमारी आशा है।
यमुना तट छाव कुंजन की 
जहाँ रसिकों का वासा है॥
*****
सेवा कुञ्ज मनोहर निधि वन, 
जहाँ इक रस बारो मासा है।
ललिता किशोर अब यह दिल बस, 
उस युगल रूप का प्यासा है॥
*****
मैं तो आई वृन्दावन धाम किशोरी 
तेरे चरनन में।
किशोरी तेरे चरनन में, 
श्री राधे तेरे चरनन में॥
*****
ब्रिज वृन्दावन की महारानी, 
मुक्ति भी यहाँ भारती पानी।
तेरे चन पड़े चारो धाम, 
किशोरी तेरे चरनन में॥
*****
करो कृपा की कोर श्री राधे, 
दीन जजन की ओर श्री राधे।
मेरी विनती है आठो याम, 
किशोरी तेरे चरनन में॥
*****
बांके ठाकुर की ठकुरानी, 
वृन्दावन जिन की रजधानी।
तेरे चरण दबवात श्याम, 
किशोरी तेरे चरनन में॥
*****
मुझे बनो लो अपनी दासी, 
चाहत नित ही महल खवासी।
मुझे और ना जग से काम, 
किशोरी तेरे चरण में ॥
*****
किशोरी इस से बड कर 
आरजू -ए-दिल नहीं कोई।
तुम्हारा नाम है बस दूसरा 
साहिल नहीं कोई।
तुम्हारी याद में मेरी 
सुबहो श्याम हो जाए॥
*****
यह तो बता दो बरसाने वाली 
मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा।
तेरी दया पर यह जीवन है मेरा, 
मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा॥
*****
ना पूछो किये मैंने अपराध क्या क्या, 
कही यह जमीन आसमा हिल ना जाये।
जब तक श्री राधा रानी शमा ना करोगी, 
मैं कैसे तुम्हारे चरण छोड़ दूंगा॥
*****
बहुत ठोकरे खा चूका ज़िन्दगी में, 
तमन्ना तुम्हारे दीदार की है।
जब तक श्री राधा रानी दर्शा ना दोगी, 
मैं कैसे तुम्हारा भजन छोड़ दूंगा॥
*****
तारो ना तारो मर्जी तुम्हारी, 
लेकिन मेरी आखरी बात सुन लो।
मुझ को श्री राधा रानी जो दर से हटाया, 
तुम्हारे ही दर पे मैं दम तोड़ दूंगा॥
*****
मरना हो तो मैं मरू, 
श्री राधे के द्वार,
कभी तो लाडली पूछेगी, 
यह कौन पदीओ दरबार॥
*****
आते बोलो, राधे राधे, 
जाते बोलो, राधे राधे।
उठते बोलो, राधे राधे, 
सोते बोलो, राधे राधे।
*****

मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English

मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English ** **  मेरी अखियों के सामने ही रहन...