सोमवार, 18 दिसंबर 2023

मेरी लगी गुरु संग प्रीत | Meri Lagi Guru Sang Preet | Guru Dev Bhajan Lyrics in Hindi

मेरी लगी गुरु संग प्रीत | Meri Lagi Guru Sang Preet | Guru Dev Bhajan Lyrics in Hindi


तर्ज - हम भूल गये रे हर बात

मेरी लगी गुरु संग प्रीत 
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने 
क्या जाने भई क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित 
ये दुनिया क्या जाने।।
*****
बाजी जब गुरुवर से लगाई 
पलट गया पासा मेरे भाई
मेरी हार हो गई जीत 
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित 
ये दुनिया क्या जाने।।
*****
प्रीतम ने खुद प्रेम जताया 
करके इशारा पास बुलाया
है प्रेम की उलटी रीत 
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रित 
ये दुनिया क्या जाने।।
*****
ताल अलग है राग अलग है 
ये वैराग अनुराग अलग है
मन गाए किसके गीत 
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रीत   
ये दुनिया क्या जाने।।
*****
सत्संगी होकर जो सीखा 
काम क्रोध खोकर जो सीखा
कैसा है ये संगीत 
ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रीत  
ये दुनिया क्या जाने।।
*****
मेरी लगी गुरु संग प्रीत 
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने भई क्या जाने 
क्या जाने भई क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत 
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी गुरु संग प्रीत  
ये दुनिया क्या जाने।।
*****

रविवार, 17 दिसंबर 2023

सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है | Saja Do Ghar Ku Gulshan Sa | Bhajan Lyrics in Hindi

सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है | Saja Do Ghar Ku Gulshan Sa | Bhajan Lyrics in Hindi 


सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे सरकार आये है
मेरे सरकार आये है
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
पखारो इनके चरणो को
बहा कर प्रेम की गंगा
बहा कर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलको को
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
उमड़ आई मेरी आँखे
देख कर अपने बाबा को
देख कर अपने बाबा को
हुई रोशन मेरी गलियां
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
तुम आकर फिर नहीं जाना
मेरी इस सुनी दुनिया से
मेरी इस सुनी दुनिया से
कहूँ हर दम यही सब से
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****
सजा दो घर को गुलशन सा
मेरे सरकार आये है
मेरे सरकार आये है
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को गूलशन सा
मेरे सरकार आये है।।
*****

शनिवार, 16 दिसंबर 2023

मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे | Mere Ladle Ganesh Pyare Pyare | Ganesh Bhajan Lyrics in Hindi

मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे | Mere Ladle Ganesh Pyare Pyare | Ganesh Bhajan Lyrics in Hindi 

संक्षिप्‍त जानकारी - भगवान श्रीगणेश जी को गजानन के नाम से भी जाना जाता है। भगवान गणेश देवो के देव भगवान शिव और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र हैं। भगवान गणेश की पत्नी का नाम रिद्धि और सिद्धि है। भगवन गणेश का नाम हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य करने से पहले लिया जाता है। शिवपुराण अनुसार भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को मंगलमूर्ति भगवान गणेशजी का जन्म हुआ था। अपने माता-पिता की परिक्रमा लगाने के कारण शिव-पार्वती ने उन्हें विश्‍व में सर्वप्रथम पूजे जाने का वरदान दिया था। तभी से ही भारत में गणेश पूजा-आराधना का प्रचलन है। भगवान गणेशजी का मस्तक या सिर कटने के पूर्व उनका नाम विनायक था। परंतु जब उनका मस्तक काटा गया और फिर उसे पर हाथी का मस्तक लगाया गया तो सभी उन्हें गजानन कहने लगे। फिर जब उन्हें गणों का प्रमुख बनाया गया तो उन्हें गणपति और गणेश कहने लगे। शिवपुराण के अनुसार एक बार माता पार्वती ने स्नान से पूर्व शरीर पर हल्दी का उबटन लगाया था। इसके बाद जब उन्होंने उबटन उतारा तो इससे एक पुतला बना दिया और उसमें प्राण डाल दिए। इस तरह भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई। कई पौराणिक कहानियों के अनुसार, जब भगवान शिव ने भगवान गणेश का मानव सिर काट दिया, तो वह उत्तराखंड में एक स्थान पर गिरा। वह गुफा आज पाताल भुवनेश्वर के नाम से जानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस गुफा की खोज आदि शंकराचार्य ने की थी, और इसलिए, इस गुफा में स्थित मूर्ति को आदि गणेश कहा जाता है।
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तर्ज – तेरे होठो के दो फुल प्यारे प्यारे
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मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे
प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे 
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तेरी काया कंचन कंचन 
किरणों का है जिसमे बसेरा
तेरी सूंड सुंडाली मूरत 
तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा
तेरी महिमा अपरम्पार 
तुझको पूजे ये संसार
प्रभु अमृत रस बरसा जाना 
आ जाना..
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे||
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प्रभु भजन तुम्हारे गाएं 
सबसे पहले हम तुमको मनाएं
धुप दीपो की ज्योति जलाएं 
मन मंदिर मे झांकी सजाएं
मेरे बाबा गणराज 
दे दो भक्ति का तुम दान
प्रभु नैया पार लगा जाना 
आ जाना..
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे||
*****
मेरे विधन विनाशक देवा 
सबसे पहले करें तेरी सेवा
सारे जग मे आनंद छाया 
बोलो जय जय गजानन देवा
बाजे सुर और ताल 
तेरा गुण गाये संसार
घुंघरू की खनक खनक जाना 
आ जाना..
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे||
*****
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे
भोले बाबा जी की आँखों के तारे
प्रभु सभा बीच में आ जाना आ जाना
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे ||
*****

शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

दर पर तुम्हारे आया ठुकराओ या उठा लो | Dar Par Tumhare Aaya | Bhajan Lyrics in Hindi

दर पर तुम्हारे आया ठुकराओ या उठा लो | Dar Par Tumhare Aaya | Bhajan Lyrics in Hindi


दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
करुणा के सिंधु मालिक 
अपनी विरद बचा लो 
*****
मीरा या शबरी जैसा 
पाया हृदय न मैंने
जो है दिया तुम्हारा 
लो अब इसे संभालो
दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
*****
दिन रात अपना अपना 
करके बहुत ठगाया
कोई हुआ न अपना 
अपना मुझे बना लो
दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
*****
दोषी हु मै या सारा 
ये खेल है तुम्हारा
जो हो समर्थ हो तुम 
चाहे गज़ब जो ढालो
दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
*****
बस याद अपनी दे दो 
सब कुछ भले ही ले लो
विषमय करील पर अब 
करुणा की दृष्टि डालो
दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
*****
दर पर तुम्हारे आया 
ठुकराओ या उठा लो
करुणा की सिंधु मालिक 
अपनी बिरद बचा लो 
*****

गुरुवार, 14 दिसंबर 2023

सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे | Sita Ram Ji Ki Pyari Rajdhani Lage | Ram Sita Bhajan Lyrics in Hindi

सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे | Sita Ram Ji Ki Pyari Rajdhani Lage | Ram Sita Bhajan Lyrics in Hindi


लेखक : राजेश्‍वरानन्‍द जी महाराज 
गायक : पूज्‍य राजनजी महाराज 
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सीता राम जी की प्यारी
राजधानी लागे
राजधानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
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धन्य कौशल्या धन्य कैकई
धन्य सुमित्रा मैया
धन्य सुमित्रा मैया
धन्य भूप दशरथ जी के आंगन
खेलत चारो भैया
मीठी तोतली रसीली प्रभु की
वाणी लागे
प्रभु की वाणी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे ।
*****
छोटी छावनी रंगमहल
हनुमान गढ़ी अति सुन्दर
हनुमान गढ़ी अति सुन्दर
स्वयं जगत के मालिक बैठे
कनक भवन के अंदर
सीता राम जो की शोभा
सुखधानी लागे
सुखधानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
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सहज सुहावन जनम भूमि
श्री रघुवर राम लला की
श्री रघुवर राम लला की
जानकी महल सूचि सुन्दर शोभा
लक्ष्मण ज्यूत किला की
यहाँ के कण कण से
प्रीत पुरानी लागे
प्रीत पुरानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
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जय सियाराम दंडवत भैया
मधुरी वाणी बोले
मधुरी वाणी बोले
करे कीर्तन संत मगन मन
गली गली मे डोले
सीता राम नाम धुन प्यारीं
मस्तानी लागे
मस्तानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
*****
रघुपत प्रेम प्राप्त करके सब
पी कर श्री हरी रस को
पी कर श्री हरी रस को
गण ‘राजेश’ रहे नित निर्भय
फिकर कहो क्या उसको
जिसको मात पिता रघुराज
सिया महारानी लागे
सिया महारानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
*****
सीता राम जी की प्यारी
राजधानी लागे
राजधानी लागे
मोहे मिठो मिठो
सरयू जी को पानी लागे 
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मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English

मेरी अंखियों के सामने ही रहना || Meri Akhiyo Ke Samne Hi Rahna || Devi Geet Lyrics in Hindi & English ** **  मेरी अखियों के सामने ही रहन...