मन में बसाके तेरी मूर्ति | Man Me Basake Teri Murti | Filmi Dhun Par Bhajan Lyrics in Hindi
**मन में बसाके तेरी मूर्ति
मन में बसाके तेरी मूर्ति
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
तुम्ही सर्वमंगला तुम्हीं भगवती
तुम्ही सर्वमंगला तुम्हीं भगवती
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
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करुणा करो कष्ट हरो चिन्ता मिटा दो
आया शरण पूजूं चरण भाग्य जगा दो
करुणा करो कष्ट हरो चिन्ता मिटा दो
आया शरण पूजूं चरण भाग्य जगा दो
तेरे सिवा अम्बे मेरा आसरा नहीं
मन की जिसे बात कहूं दूसरा नहीं
लाखों का तूने उद्धार है किया
मांगा जिसने जो तूने आ दिया
छोटी सी मेरी मॉं मानो विनती
मन में बसाके तेरी मूर्ति
मन में बसाके तेरी मूर्ति,
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
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भव में फंसी आज मेरी तार दो नैया
तुझ से बड़ा माझी कोई और न मैया
भव में फंसी आज मेरी तार दो नैया
तुझ से बड़ा माझी कोई और न मैया
जिसपे तेरा उसे ऑंच क्यों आये
दूर करो अब तो काले गम के साये
दर्द की दवा तेरे पास मॉं
टूट जाये न मेरी आस मॉं
जिन्दगी दया की है भीख मॉंगती
मन में बसाके तेरी मूर्ति
मन में बसाके तेरी मूर्ति,
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
उतारू मैं अम्बे तेरी आरती
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